16 जुलाई 2025 की रात, दिल्ली से गोवा जा रही इंडिगो फ्लाइट 6E 6271 में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब आसमान में इसके एक इंजन ने काम करना बंद कर दिया। लेकिन पायलट की त्वरित सूझबूझ और सही समय पर लिए गए फैसले ने 191 यात्रियों और क्रू मेंबर्स की जान बचा ली। पायलट ने आखिरी पलों में ‘पैन पैन पैन’ का कॉल दिया, जो एक इमरजेंसी सिग्नल है। इसके बाद फ्लाइट को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतार लिया गया। अगर यह कदम न उठाया जाता, तो शायद एक बड़ा हादसा हो सकता था। आइए, इस घटना की पूरी कहानी और ‘पैन पैन पैन’ के मतलब को समझते हैं।
‘पैन पैन पैन’ का क्या है मतलब?
‘पैन पैन पैन’ एक अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन संदेश है, जिसका इस्तेमाल विमानन और नौवहन में किया जाता है। यह फ्रेंच शब्द ‘panne’ (खराबी) से आया है और इसे तीन बार दोहराया जाता है ताकि सुनने वाले का ध्यान तुरंत जाए। यह सिग्नल तब दिया जाता है, जब स्थिति गंभीर हो, लेकिन तुरंत जानलेवा न हो। उदाहरण के लिए, अगर विमान में कोई तकनीकी खराबी हो, तो पायलट ‘पैन पैन पैन’ का कॉल देकर एयर ट्रैफिक कंट्रोल को अलर्ट करता है। यह ‘मेडे मेडे मेडे’ (MAYDAY) से कम गंभीर होता है, जो तत्काल जान के खतरे को दर्शाता है।
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दिल्ली-गोवा फ्लाइट में क्या हुआ?
16 जुलाई 2025 को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गोवा के मनोहर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई इंडिगो की फ्लाइट 6E 6271, जो एक एयरबस A320neo थी, में उड़ान के दौरान इंजन नंबर 1 में खराबी आ गई। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना तब हुई जब विमान भुवनेश्वर से लगभग 100 नॉटिकल मील दूर था। पायलट ने तुरंत ‘पैन पैन पैन’ कॉल देकर स्थिति की गंभीरता को बताया और फ्लाइट को मुंबई डायवर्ट करने का फैसला लिया।
रात 9:32 बजे, क्रू ने मुंबई एयरपोर्ट से लैंडिंग की अनुमति मांगी। एयरपोर्ट पर पहले से ही एंबुलेंस और फायर टेंडर जैसे आपातकालीन इंतजाम तैयार थे। रात 9:53 बजे, यानी तय समय से दो मिनट पहले, विमान ने सुरक्षित लैंडिंग की। सभी 191 यात्री और क्रू मेंबर्स पूरी तरह सुरक्षित रहे।
इंडिगो का आधिकारिक बयान
इंडिगो ने इस घटना पर बयान जारी करते हुए कहा, “16 जुलाई 2025 को दिल्ली से गोवा जा रही फ्लाइट 6E 6271 में एक तकनीकी खराबी का पता चला। स्टैंडर्ड प्रक्रियाओं का पालन करते हुए, विमान को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डायवर्ट किया गया।” एयरलाइन ने यह भी बताया कि प्रभावित विमान को अब जरूरी जांच और मेंटेनेंस से गुजरना होगा, और यात्रियों के लिए वैकल्पिक विमान का इंतजाम किया गया है ताकि उनकी यात्रा पूरी हो सके। इंडिगो ने असुविधा के लिए खेद भी जताया और कहा कि यात्रियों, क्रू और विमान की सुरक्षा उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
हाल के दिनों में बढ़ीं ऐसी घटनाएं
यह कोई पहला मामला नहीं है। हाल ही में भारतीय एयरलाइंस को कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। उदाहरण के लिए:
- स्पाइसजेट की पुणे-दिल्ली फ्लाइट: 13 जुलाई 2025 को पुणे से दिल्ली जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट को तकनीकी खराबी के कारण टेकऑफ रद्द करना पड़ा। विमान रनवे पर जाने के बाद अचानक रुक गया, जिससे यात्री घबरा गए। नौ घंटे की देरी के बाद यह फ्लाइट रात 9:05 बजे रवाना हुई।
- इंदौर-रायपुर इंडिगो फ्लाइट: पिछले हफ्ते, इंदौर से रायपुर जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट, जिसमें 51 यात्री सवार थे, को टेकऑफ के तुरंत बाद तकनीकी खराबी के कारण वापस लौटना पड़ा।
इन घटनाओं ने भारतीय विमानन क्षेत्र में रखरखाव और सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल खड़े किए हैं।
पायलट की सूझबूझ की तारीफ
इस घटना में पायलट की तारीफ हर तरफ हो रही है। सही समय पर ‘पैन पैन पैन’ कॉल देकर और विमान को सुरक्षित उतारकर उन्होंने न सिर्फ अपनी जिम्मेदारी निभाई, बल्कि एक बड़े हादसे को टाल दिया। यात्रियों ने भी सोशल मीडिया पर पायलट की सूझबूझ और इंडिगो की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।
फैक्ट चेक
इस खबर की जानकारी हिंदुस्तान टाइम्स, न्यूज18, इंडिया टुडे, और पीटीआई जैसी विश्वसनीय न्यूज एजेंसियों से ली गई है। इंडिगो ने भी आधिकारिक बयान में तकनीकी खराबी की पुष्टि की है। कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया कि विमान कई घंटों तक आसमान में चक्कर काटता रहा, लेकिन यह गलत है। फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा के अनुसार, विमान ने लैंडिंग से पहले केवल 17 मिनट तक चक्कर लगाए।
निष्कर्ष
इंडिगो फ्लाइट 6E 6271 की इस घटना ने एक बार फिर विमानन में पायलट की सूझबूझ और आपातकालीन प्रक्रियाओं के महत्व को रेखांकित किया है। सभी यात्रियों की सुरक्षा और इंडिगो की त्वरित कार्रवाई इस बात का सबूत है कि सही समय पर सही कदम कितना बड़ा बदलाव ला सकते हैं।